लालची दूध वाला हिंदी कहानी



लालची दूधवाला 


एक गॉंव में दूधवाला रहता था जो की उसका नाम रामलाल था और उसके घर में उसके 2 बेटे और पत्नी थीं, और उसकी पत्नी का नाम माया था, और बड़े बेटे का नाम संजू और छोटे बेटे का नाम राघव था, और जब रामलाल गॉंव से शहर दूध देने जाता था तो एक नदी के पास के जाता था, और हर दिन उस नदी से पानी लेकर उस दूध में मिलाता था, जो की अधा दूध और अधा पानी मिलाकर सभी लोगों, को देता था, पर वह अपने घर का खर्च भी नहीं चला पता था, और उसकी पत्नी हर दिन कहती थीं, की आप कभी भी मेरे लिए साड़ी नहीं लाते हो तब रामलाल कहता हैं, की अरे में कहाँ-कहाँ का देखूँ मेरे सारे पैसे इन दोनों की पढाई में लग जाते हैं!


तब रामलाल ने पत्नी से कहा की देखो एक दिन आएगा जब हम बहुत बड़े आदमी बन जायेंगे जो की जैसे में दूध देने जाता हूँ, वैसे ही कोई हमारे यहाँ पे दूध देने आएगा, तब रामलाल की पत्नी कहती हैं, आप तो बस सपने ही देखते रहना तब रामलाल कहता हैं, की आरे समझा करों, और जब दुसरे दिन रामलाल जाता हैं, तो फिर से दूध में पानी मिलाता हैं, और येसे होते-होते 6 महीने बीत गए, लेकिन एक दिन रामलाल को एक आदमी ने दूध में पानी मिलाते देख लिया और जब वह आदमी ने कहा की तुम ये जो एसा काम कर रहे हो देख लेना किसी दिन तुम्हरा ये पानी मिलाने का धन पानी में मिल जायेगा!


तब रामलाल ने कहा की इसके बारे में किसी को मत बताना नेरा सारा खर्च इसी से चलता हैं, तब उस आदमी ने कहा की सुनो में इस बात के बारे में किसी को कुछ नहीं बताऊंगा, तुम अगर मुझे कुछ देते हो तब रामलाल कुछ समझ नहीं पाया और रामलाल ने कहा की तुम क्या कह रहे हो मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा हैं, और फिर उस आदमी ने कहा की आरे यार तुम मुझे कुछ पैसे दो और में किसी को कुछ नहीं बताऊंगा, तब रामलाल ने उस आदमी को कुछ पैसे दिए और शहर की तरफ चला गया, और जब दूध देने लगा तब एक आदमी ने कहा की आरे भाई आज तुम इतनी देरी से क्यों आये हो तब रामलाल ने कहा की आज में घर से थोडा लेट हो गया था, और फिर रामलाल जब दुसरे घर को जाता हैं, तब एक औरत कहती हैं, की तुम दूध में बहुत पानी मिलाते हो अगर येसे तुम सब दिन करोगे तो हम तुम्हरा दूध बंद कर देगें!


तब रामलाल कुछ नहीं बोलता हैं, और फिर दूध देने चला जाता हैं, और जब शाम को घर जाता हैं, तब पूरी रात सोचता हैं, और कहता हैं, की अब में क्या करूँ, और जब अगले दिन सुबह जाता हैं और जब नदी में पानी मिलाता हैं, तब उसका सारा दूध अचानक से गिर जाता हैं, और फिर वहाँ से एक आदमी निकला और बोला की पानी का धन पानी में और नाक कटी बेईमानी में!